ভূতাদি নাশক মন্ত্র
মন্ত্ৰ
“ওঁ নমো শ্মশানবাসিনী ভূতাদীনাং পলায়ন কুরু কুরু স্বাহা।”
বিধি—রবিবার দিন শিরীষ গাছের পাতা বা ফুল নিয়ে ঘুঘু পাখী, কুকুর
ও বিড়ালের বিষ্ঠা, উটের রোম, গোবর, গন্ধক, শ্বেত সরিষা এবং সরষের
তেল একসঙ্গে করে, তাতে উক্ত মন্ত্র ১০৮ (একশত আট) বার জপ করে
রোগীর গায়ে ছুঁড়ে মারলে ও ধূপ দিলে ভূত, প্রেত, রাক্ষস, বেতাল, দেব,
খেচর ডাকিনী, পেত্নী আদি নানা প্রকার বাধা দূর হয়।
Exorcist Mantra
mantra
“Om namo shamshanbasini bhutadinang palayan kuru kuru swaha.”
Vidhi — Doves, dogs with leaves or flowers of the Shirish tree on Sundays
and cat dung, camel hair, dung, sulphur, white mustard and mustard greens.
Oil together, chant the mantra 108 (one hundred and eight) times
Throwing and burning incense on the patient will kill ghosts, ghosts, demons, betals, gods,
Khechar Dakini, Petni and all kinds of obstacles are removed.
ओझा मंत्र
मंत्र
“ओम नमो शमशानबासिनी भूतदीनंग पालयं कुरु कुरु स्वाहा।”
विधि – रविवार को कबूतर, कुत्ते शिरीष वृक्ष के पत्ते या फूल
और बिल्ली का गोबर, ऊँट के बाल, गोबर, गंधक, सफ़ेद सरसों और सरसों का साग।
तेल एक साथ, मंत्र का 108 (एक सौ आठ) बार जाप करें
रोगी के ऊपर धूप फेंकने और जलाने से भूत, प्रेत, राक्षस, बेताल, देवता आदि मर जाते हैं।
खेचर डाकिनी, पेटनी और सभी प्रकार की बाधाएं दूर हो जाती हैं।