হাওয়া বাতাস লাগলে ঝাড়ন মন্ত্র
ওঁ নমো আদেশ গুরু কা,
কালী চিড়ী চিগ্ চিগ্ করে।
ধোলা আবে বানে হরী যতী হনুমান হাঁক মারে।
অধবাঈ ঔর বাঈ জায় ভগাঈ হবা হরে,
গুরু কী শক্তি মেরী ভক্তি
ফুরো মন্ত্র ঈশ্বরো বাচা ॥
বিধি—উপরোক্ত মন্ত্র ২১ বার চাকু দ্বারা মাটিতে নিজের দিকে রেখা
টানবে। রোগীর হাত মাটিতে রাখতে বলবে। এইভাবে ২১ বার ঝাড়লে রোগ
আরোগ্য হবে।
Jharan mantra if the wind blows
O Namo Adesh Guru Ka,
Kali Chiri Chig Chig Chig Chig.
Dhola Abe Bane Hari Jati Hanuman roars.
Adhbai aur bai jai bhagai hare,
Guru Ki Shakti Meri Bhakti
Furo Mantra Ishwara Bacha ॥
Vidhi—The above mantra is drawn 21 times on the ground with a knife towards oneself
will pull Ask the patient to keep his hands on the ground. In this way 21 times the disease
will heal
हवा चले तो झरन मंत्र
हे नमो आदेश गुरु का,
काली चिरी चिग चिग चिग।
ढोला अबे बने हरि जाति हनुमान हुंकार भरते हैं।
अधबाई और बाई जय भगाई हरे,
गुरु की शक्ति मेरी भक्ति
फुरो मंत्र ईश्वर बच्चा ॥
विधि- उपरोक्त मंत्र को जमीन पर चाकू से अपनी ओर 21 बार घुमाएं
खींच लेंगे रोगी को अपने हाथ ज़मीन पर रखने के लिए कहें। इस प्रकार 21 गुना रोग हो जाता है
ठीक हो जाएगा